छन से टूटा सपना, जरा सी चूक और JEE रैंक होल्डर के हाथ से निकली IIT बॉम्बे की सीट
सिद्धांत ने एडमिशन के लिए आईआईटी प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन उसे एडमिशन नहीं मिला.
आगरा के एक स्टूडेंट से एक गलत लिंर पर क्लिक से IIT Bombay की सीट उसके हाथ से निकल गई. (प्रतीकात्मक चित्र)
आगरा के एक स्टूडेंट से एक गलत लिंर पर क्लिक से IIT Bombay की सीट उसके हाथ से निकल गई. (प्रतीकात्मक चित्र)
IIT Bombay: 12वीं पास करने के बाद आईआईटी (IIT) में एडमिशन का सपना सैकड़ों, हजारों नहीं बल्कि लाखों स्टूडेंट्स का होता है. आईआईटी में एडमिशन (IIT Admission) के लिए स्टूडेंट्स दिन-रात एक करते हुए जी-जान से मेहनत करते हैं. बहुत से माता-पिता तो अपने बच्चे के आईआईटी में एडमिशन पर लाखों रुपये भी खर्च कर देते हैं. लेकिन आपकी एक मामूली सी गलती से आईआईटी में पक्की हुई सीट अगर आपके हाथ से निकल जाए तो कैसा लगेगा.
ऐसा हुआ है आगरा (Agra) के एक स्टूडेंट के साथ. एक गलत क्लिक से उसकी आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) की सीट उसके हाथ से निकल गई.
आगरा के सिद्धांत बत्रा को अक्टूबर में IIT JEE (Advanced) 2020 में ऑल इंडिया 270 रैंक (AIR 270) मिली थी. तंग हालातों से जुझ रहे सिद्धांत की इस कामयाबी ने उसे सुर्खियों में लाकर खड़ा कर दिया. रैंकिंग के आधार पर उसे आईआईटी बॉम्ब में इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में बीटेक की सीट मिल गई.
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लेकिन सिद्धांत की एक एक छोटी सी चूक से उसका सपना बर्बाद होता नजर आ रहा है. सिद्धांत के माता-पिता नहीं हैं, वह अपने दादा-दादी के पास रहकर पढ़ाई कर रहा है.
एक गलत क्लिक से छूटी सीट (one wrong click)
दरअसल, 31 अक्तूबर को अपने रजिस्ट्रेशन नंबर पर अपडेट देखने के लिए सिद्धांत ने लिंक पर क्लिक किया. लिंक पर लिखा था, 'सीट निर्धारण और अगले राउंड से विदड्रॉ'. उसने यह सोचकर लिंक पर क्लिक कर दिया कि उसे मनचाही सीट मिल गई है इसलिए अब अगले राउंड की जरूरत नहीं है.
आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) की 10 नवंबर को जारी लिस्ट में सिद्धांत ने पाया कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के चार साल के कोर्स की लिस्ट में उसका नाम नहीं है. इस कोर्स के लिए 93 सीटें थीं और सभी सीटें फुल हो चुकी थीं.
कोर्ट की शरण में (Supreme Court)
सिद्धांत ने एडमिशन के लिए आईआईटी प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन उसे एडमिशन नहीं मिला. आखिरकार उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
19 नवंबर को मामले की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने आईआईटी से उसकी अपील पर विचार करने को कहा. लेकिन आईआईटी ने उसे यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उसे ऐसे करने का अधिकार नहीं है. एडमिशन के लिए अब सिद्धांत को अगले साल फिर से इस परीक्षा में बैठना होगा. सिद्धांत ने अब सुप्रीम कोर्ट में एडमिशन की गुहार लगाई है.
05:17 PM IST